निजरा उतरेगी म्हारा बाबा श्याम लिरिक्स Nijara Utaregi Mhara Baba Shyam Lyrics Shubham Rupam Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics Hindi
जय श्री श्याम !, खाटू श्याम जी का एक सुन्दर भजन जिसको स्वर दिया है “शुभम रूपम “ जी ने और उन्ही के द्वारा रचित यह भजन जिसके कुछ शब्द राजस्थानी भाषा के हैं इसलिए इनके अर्थ निचे दिए गए हैं। आशा है सभी श्याम प्रेमियों को यह भजन जरूर अच्छा लगेगा। जय श्री श्याम, हारे के सहारे, बाबा लखदातार की जय हो।
कठे मिलेगी ऐसी तगड़ी लौनी (लूण नमक),
जासे थारी निजरा उतरेगी,
म्हारा बाबा श्याम।
जासे थारी निजरा उतरेगी,
म्हारा बाबा श्याम।
तगड़ी -ताकतवर, लौनी-नमक (लूण राई के द्वारा पारम्परिक रूप से नजर उतारने का कार्य किया जाता है ) जासे -जिससे, निजरा-नज़र।
ऐसी सामर्थ्य वाला नमक कहाँ मिलेगा जिससे बाबा आपकी नजर उतारी जा सके (आप बहुत ही सुन्दर नजर आ रहे हैं, कहीं नजर नहीं लग जाए )
कठे मिलेगी, ऐसी कड़वी राई,
कठे मिलेगी, ऐसी कड़वी राइं
जासे थारी निजरा उतरेगी,
म्हारा बाबा श्याम।
कड़वी राई -अच्छी किस्म की राई जो कड़वी होती है, ऐसी राई कहाँ मिलेगी जिससे बाबा श्याम (कृष्णा) की नजर उतारी जा सके।
कठे मिलेगो ऐसो श्याणो मालिड़ो,
जो हार बणा सी,
थारा पसंद रा बाबा श्याम।
जो हार बणा सी,
थारा पसंद रा बाबा श्याम।
श्याणो -कुशल/माहिर, मालिड़ो -माली (फूलों की माला बनाने वाला ). ऐसा माहिर माली कहाँ मिलेगा जो आपके लिए पुष्पों का हार बना सकने में काबिल हो और जो आपकी पसंद का हार बना सके।
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